हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने क्रेडिट और डेबिट कार्ड से जुड़े नियमों में कुछ बदलाव किया है।
इसके मुताबिक, अब बैंक सिर्फ क्रेडिट कार्ड्स के बकाया पर ही पेनाल्टी लगा सकता है। वहीं, अगर बैंक किसी भी कार्ड को रिन्यू करता है तो इसके लिए पहले कस्टमर से मंजूरी लेनी होगी।
RBI के मुताबिक, फंड के इस्तेमाल करने के लिए निगरानी का मैकेनिज्म होना चाहिए। इससे पहले 6 मार्च को रिजर्व बैंक ने क्रेडिट कार्ड जारी करने के नियमों में बदलाव किया था।
नए नियमों के अनुसार, अब क्रेडिट कार्ड कंपनियों को ग्राहकों को मल्टिपल कार्ड नेटवर्क के ऑप्शन को मुहैया कराना होगा। कार्ड कंपनियां कार्ड नेटवर्क के साथ ऐसी कोई व्यवस्था या समझौता नहीं करेंगी, जो ग्राहकों को अन्य कार्ड नेटवर्क की सेवाओं का लाभ उठाने से रोकता है।
आजआपका बटुआमें बात करेंगे क्रेडिट कार्ड्स का चलन तेजी से क्यों बढ़ रहा है। साथ ही यह भी जानेंगे कि-
-क्रेडिट कार्ड्स के इस्तेमाल में क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
-क्रेडिट या डेबिट कार्ड का बकाया समय पर नहीं चुकाने से क्या दिक्कतें हो सकती हैं?
क्रेडिट कार्ड्स या डेबिट कार्ड्स की पॉपुलैरिटी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दिसंबर, 2023 तक करीब 9.8 करोड़ क्रेडिट कार्ड्स चलन में थे। इसमें भी रिकॉर्ड 19 लाख एक महीने में ही नए क्रेडिट कार्ड्स बने। आगे बढ़ने से पहले नीचे दिए ग्राफिक से यह जान लेते हैं कि देश में क्रेडिट कार्ड्स का चलन तेजी से क्यों बढ़ रहा है-